आयुष बंध में अबाधा काल
जय जिनशाशन समूह चर्चा
पन्नवणा सूत्र में आयुष्य बंध के तुरंत बाद आयुष कर्म का प्रदेशोदय शुरू हो जाता है भले ही विपाक उदय नरकादि गति में जाने पर ही शुरू होता है इस अपेक्षा बिना भोगी जाने वाली पहले भव की आयु में विपाकोदय नहीं, पर आयुष कर्म का प्रदेशोदय चालू हो जाने से अबाधाकाल नहीं मा...