चार अमर गुणस्थान
वैसे तो तीन गुणस्थान अमर माने गए हैं - तीसरा, बारहवां और तेरहवां (३, १२, १३)। परंतु यदि गहराई से विचार किया जाए, तो चौदहवां गुणस्थान भी अमर गुणस्थान की श्रेणी में आता है।
इसमें14 वे गुणस्थान में स्थित जीव न तो कालधर्म को प्राप्त होता है पूरा पूरा काल बिना मृत्यु के निकालता है और इस गुणस्थानहीमें मुक्त भी होता है।- इस अवस्था में रहते हुए जीव का आयुष्य समाप्त नहीं होता। अतः अमर गुणस्थान कहा जा सकता है
- जब जीव का आयुष्य पूर्ण रूप से क्षय हो जाता है, तो वह इस गुणस्थान को छोड़कर मुक्ति प्राप्त करता है, न कि इस गुणस्थान में रहते हुए।
- इस प्रकार, चौदहवां गुणस्थान भी अमर गुणस्थान कहलाता है।
अमर गुणस्थान: चार - तीसरा, बारहवां, तेरहवां और चौदहवां (३, १२, १३, १४)।
ड़ाडॉ. जयप्रकाश जैनजैन, जोधपुर
9414722141